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Showing posts from December, 2018

किसान की खुशहाली में ही भारत की खुशहाली

हरिद्वार। समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता रामनरेश यादव ने कहा है कि भाजपा की केन्द्र तथा राज्य सरकारें किसान विरोधी हैं जो किसानों की उपज का वाजिब मूल्य न देकर अन्नदाता का शोषण कर रही हैं। उत्तराखण्ड में गन्ना कृषकों की हो रही दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने गन्ने का लागत मूल्य बढ़ाकर किसान की मांग के अनुरुप क्रय पर्ची जारी करने की आवश्यकता पर बल दिया है। रामनरेश यादव ने केन्द्र तथा राज्य सरकारों के समक्ष किसानों का पक्ष रखते हुए कहा कि भारत को खाद्यान्न के लिए आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किसान ने ही किया है किसान के बेटे ही सेना में और सरकारी सेवा में हैं लेकिन किसान आज भी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाते हुए आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहा है। किसान की समस्या ही देश की समस्या है जिस दिन किसान की समस्याओं का समाधान हो गया उसी दिन देश खुशहाल हो जायेगा और देश के सामने से सत्तर प्रतिशत बेरोजगारी की समस्या समाप्त हो जायेगी। शिक्षित नवयुवक जब कृषि की बागडोर संभालेंगे तो कृषि को वैज्ञानिक स्वरुप प्राप्त होगा और भारत विश्व का सर्वाधिक साधन सम्पन्न राष्ट्र बन जायेगा। भारत की सत्त

कृषि प्रधान देश के विकास के लिए कृषि को बढ़ावा देना जरुरी

हरिद्वार। समाजवादी विचारक रामनरेश यादव ने कहा है कि कृषि भारत की आत्मा और ग्रामीण अंचल ही भारतमाता की वास्तविक तस्वीर है। देश की सत्तर प्रतिशत आबादी आज भी गांव एवं देहात में निवास करती है तथा भारत विश्व का पहला ऐसा देश है जिसने अपनी स्वतंत्रता के बाद सबसे पहले खाद्यान्न में आत्म निर्भरता प्राप्त की। भारत में जिस दिन कृषि को अधिमान देने वाली सरकार आ जायेगी उसी दिन देश की सत्तर प्रतिशत बेरोजगारी एवं नब्बे प्रतिशत गरीबी की समस्या दूर हो जायेगी। देश में अब तक सत्ता पर काबिज रही सरकारों ने उद्योगों, पूंजीपतियों एवं राजनेता तथा ब्यूरोक्रेसी के कल्याण की ही योजनायें बनायीं जिससे पूंजीपति, राजनेता एवं सरकारी कर्मचारी सम्पन्न हो गए और कृषक को आज भी अपनी उपज का लागत मूल्य नहीं मिल पाता है। जिससे पूरा देश सामाजिक विषमता का शिकार है। देश की 85 प्रतिशत जनता करों से दबकर महंगाई की मार झेल रही है और 15 प्रतिशत आबादी राजशाही जीवन जी रही है जिससे देश कभी आगे नहीं बढ़ सकता, सरकार की नीतियों में बदलाव की आवश्यकता है, अब तक जिन राजनेता अथवा राजनैतिक दलों का देश पर शासन रहा उन्होंने पूंजीपतियों, राजनेताओं

उत्तराखण्ड राज्य को चाहिए विकास कार्य कराने वाली सरकार

उत्तराखण्ड को नया राज्य बने दो दशक का समय पूरा होने वाला है, 18 वर्षों में कांग्रेस और भाजपा ने राज्य को आठ नेताओं को नौ बार मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी। सर्वाधिक अस्थिरता का वातावरण भाजपा सरकारों में रहा जिसने पहले और तीसरे कार्यकाल के सात वर्षों में पांच शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किए जबकि तीन मुख्यमंत्री कांग्रेस ने भी राज्य को दिए हैं। राज्य की जनता जिन राजनेताओं के कार्यकाल को यादगार के रुप में जानती है उनमें कांग्रेस के नारायण दत्त तिवारी तथा हरीश रावत के कार्यकाल हैं जबकि आम जनता की नजर में भाजपा का एक भी मुख्यमंत्री जनता की कसौटी पर खरा नहीं उतरा। राज्य के विकास में जो मुख्य बाधायें रही हैं उनमें तीन वाद हैं, कुमायंू-गढ़वालवाद, ठाकुर-ब्राह्मणवाद तथा तीसरा है पहाड़-मैदानवाद जब तक इन तीन वादों को समाप्त नहीं किया जाता तब तक राज्य का विकास होने वाला नहीं है, इन तीनों वादों का विकल्प समाजवाद में है और उत्तराखण्ड राज्य को विकास की पटरी पर लाकर यदि उन्नतिशील बनाना है तो उपरोक्त सभी वादों से ऊपर उठकर समाजवाद लाना होगा। उत्तराखण्ड राज्य देश का पहला ऐसा राज्य है जहां विकास की अपार संभावना

देश की जनता का भाजपा से मोह भंगः यूपी में जंगलराज तो उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार

हरिद्वार। चंद पूंजीपतियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से 2014 में बनाये गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव पूर्व किए गए वादों में से एक भी पूर्ण नहीं किया और जनता का ध्यान विकास के मुद्दों से भटकाने के लिए जो काम किए उनसे पूरे देश की जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम करने लगी, परिणाम स्वरुप चार साल का कार्यकाल तथा लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं के अंतिम बजट देखकर जनता ने अब भाजपा से मुंह फेरना प्रारम्भ कर दिया है। यूपी के उपचुनाव तथा पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा को कड़ी शिकस्त देकर देश की जनता ने संकेत दे दिए है कि 2019 में भाजपा का विदाई समारोह विपक्षी एकता के साथ धूमधामपूर्वक मनाया जायेगा। भाजपा से जनता के विमुख होने का मुख्य कारण विकास कार्यों का नदारत होना तथा प्रधानमंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं की बद्जुबानी है जनता ने साढ़े चार साल में ही भली प्रकार समझ लिया कि जिन नेताओं को बोलने की अक्ल नहीं उन्हें सत्ता सौंपना अब बड़ी नादानी सबित होगी। चुनाव पूर्व की जाने वाली भाजपा की गतिविधियों का आकलन कर जनता अब इस नतीजे पर पहुंच गयी है कि भाजपा सत्ता पाने के लिए कुछ भी कर सकती

विकास को नकार कर असत्य और अहंकार की पराजय हैं चुनाव परिणाम

हरिद्वार। समाजवादी विचारक रामनरेश यादव ने कहा है कि पांच राज्यों में भाजपा को मिली पराजय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नियति और नीतियां जिम्मेदार हैं जिसे कांग्रेस की विजय न मानकर नरेन्द्र मोदी के अहंकार एवं असत्य की पराजय के रुप में देखा जा रहा है क्योंकि असंवेदनशीलता, असत्य, अहंकार, तानाशाही, भ्रष्टाचार और भय का वातावरण जब सभी एकत्र हो जाते हैं तो पतन का कारक बनते हैं। वर्तमान चुनाव परिणाम सीधे-सीधे अहंकार के पतन के प्रमाण हैं जो कांग्रेस और भाजपा दोनों को आयना दिखा रहे हैं। पूरा चुनाव विकास के मुद्दे से अलग था, जो काम मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पूर्व किया था वही काम राहुल गांधी ने इन विधानसभा चुनावों में किया। विकास न तब था न अब बिना विकास के चुनाव जीतना देश, लोकतंत्र और संविधान सभी के लिए खतरा है। देश की जनता को सोचना होगा कि जो पार्टी विकास की बात न करे या केवल दूसरों की बुराई के आधार पर चुनाव लड़े तो उसे सिरे से नकार दे। विधानसभा चुनाव परिणामों को लेकर आयी प्रतिक्रियाओं पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि केवल शिवसेना की टिप्पणी बेबाक है जिसने सीधे तौर पर इन नतीजों क

उत्तराखण्ड की जनता चाहती है तीसरा विकल्प: रामनरेश यादव

      हरिद्वार। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने आज पुल जटवाड़ा स्थित जिला कार्यालय पर आवश्यक बैठक कर पांच राज्यों में आये विधानसभा चुनाव परिणामों पर मंथन किया तथा सम्पूर्ण उत्तराखण्ड राज्य में समाजवाद का समावेश कर सत्ता में भागीदारी करने की रुपरेखा तैयार की। बैठक में मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी को मिली सफलता के लिए खुशी का इजहार करते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाकर उत्तराखण्ड में सपा को सम्मानजनक स्थिति में लाने का संकल्प लिया। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्त्ताओं को देश की जनता के विचारों से अवगत कराते हुए प्रदेश प्रवक्ता रामनरेश यादव ने कहा कि उत्तराखण्ड सहित पूरे देश की जनता भाजपा से अत्यधिक परेशान और नाराज है जिसने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को हटाने के लिए कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया। मध्य प्रदेश तथा राजस्थान में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत न मिलने के लिए कांग्रेस की नीतियों को जिम्मेदार बताते हुए उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस ने चुनाव से पूर्व सपा-बसपा से गठबंधन कर लिया होता तो आज स्थिति ही कुछ और होती। उन्होंने उत्तराखण्ड में अपने संगठन की स्थिति मजबूत क

मोदी मैजिक समाप्तः फिर ले रहे राम मंदिर का सहारा

हरिद्वार। काठ की हांडी एक ही बार चढ़ती है सो चढ़ ली, झूठ और भ्रष्टाचार की आग में इतनी जल गयी कि शायद यह हांडी कभी सत्ता के चूल्हे पर चढ़कर पकवान नहीं बना पायेगी। यह कहावत सिद्ध हुई है पांच राज्यों के सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव परिणामों से जहां की जनता ने भाजपा को नकार कर पुनः कांग्रेस में विश्वास जताया है। 2014 में भाजपा ने लोकसभा का चुनाव भ्रष्टाचार, बेरोजगारी एवं किसानों को राहत देने के नाम पर लड़ा था जिससे मोदी के नाम की एक लहर बनी और उस लहर में नाचने, गाने वाले हों या औने-पौने जिसके नाम के सामने कीचड़ का लाल आ गया वह जीत गया लेकिन जब वादे पूरे नहीं हुए तो मोदी लहर भी समाप्त हो गयी। देश की जनता को तो मोदी लहर की समाप्ति का पता 11 दिसम्बर 2018 को लगा लेकिन मोदी को स्वयं तथा उनके आका आरएसएस को इस बात का पता यूपी के उपचुनावों से चल गया था। संघ यह समझ गया था कि अब देश की जनता उनका झूठ समझ गयी है और 2019 का चुनाव जीतने के लिए फिर हिन्दू-मुस्लिम दंगा अथवा राम मंदिर का सहारा लिया जाये इस पर भाजपा दो माह पहले से ही कार्य प्रारम्भ कर चुकी है। कई स्थानों पर गायों को काट कर हिन्दू-मुस्लिम कराने

पप्पू बनाम गप्पू में उलझ कर गुम हो गया विकास का मुद्दा

हरिद्वार। देश पर कैसे गुजरे पांच साल यह सोचकर भारतमाता की आत्मा कराहने लगी है और चिंतित है कि उसके सूपतों को विकास से भटकाकर बुराई के मार्ग पर ले जाने का जिम्मेदार वह किसको ठहराये। भारत जिस अमजंस के दौर से गुजर रहा है वैसा वातावरण पूरे विश्व के किसी देश में आज तक नहीं बना। अब देश की जनता को इस बात पर भी सोचना होगा कि उसे विकास से किसने भटकाया। चुनावी वातावरण हो या सरकार का संचालन, हमारे राजनेताओं ने अपने शब्दकोष से विकास शब्द ही गायब कर दिया, देश में ऐसा वातावरण बना दिया कि बिना विकास की बात सुने ही जनता मतदान करने लगी तो कैसा होगा देश का भविष्य? 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से बिना चुनाव जीते ही घोषित प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी ने अपनी सभी रैलियों में केवल कांग्रेस की बुराई, कथित भ्रष्टाचार के चर्चे दोहराए और दो-तीन झूठे वादे किए बस जनता ने बम्पर वोट से विजयी बना दिया, परिणाम स्वरुप मोदी सरकार ने साढ़े चार साल तक देश की जनता को तंग करने, कर थोपने, देश की अर्थव्यवस्था कमजोर करने और विकास के मुद्दों से जनता का ध्यान बंटाने के लिए व्यर्थ की बातें बनाने के अलावा

पांच राज्यों में जनता के रुझान और विपक्षी एकता से बढ़ी भाजपा की मुसीबत

विपक्षी एकता के बनते समीकरणों ने भाजपा की नींद उड़ा दी है और पांच राज्यों में जनता ने जो संकेत दिए हैं उससे यह उम्मीद जगी है कि 2019 में मोदी की दोबारा सत्ता में आने की आशाएं धूमिल हो सकती हैं। हालांकि अभी तक पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के एक्जिट पोल ही दर्शाए गए हैं परिणाम आने अभी बाकी हैं। भाजपा भले ही ईवीएम के सहारे सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाये बैठी हो या नए चुनाव आयुक्त से कोई विशेष उम्मीद हो लेकिन लोकतंत्र में जन भावनाओं से बढ़कर कुछ नहीं होता है। कहते है दबकर चलने से राजनीति सफल नहीं होती है लेकिन अधिक दबंगई भी तानाशाही का पर्याय है जिसको जनता ने कभी बर्दाश्त नहीं किया। जहां तक साढ़े चार साल की अवधि में विपक्ष के चुप रहने का सवाल है तो विपक्ष का कहना है कि उसने जनता के मताधिकार का सम्मान करते हुए सत्तारुढ़ दल को पूरा समय दिया लेकिन जब वह देश के लिए कुछ नहीं कर पाया तो विपक्ष अब और कितना इन्तजार कर सकता है। किसी भी नेता का अधिक शक्तिशाली बनना उसी के लिए घातक होता है, जनता तो सभी पर भरोसा करती है उसने भाजपा को भी कई मौके दिए लेकिन भाजपा कभी भी जन आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतरी।

स्वस्थ एवं चिरायु जीवन का आधार है योग: योगाचार्य शिवओम

हरिद्वार। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स दिल्ली के योग चिकित्सक योगगुरु शिवओम आचार्य ने आज श्रीगीता विज्ञान आश्रम ट्रस्ट द्वारा संचालित स्वामी विज्ञानानन्द संस्कृत विद्यालय के छात्रों के लिए सप्तऋषि आश्रम के निकट गंगा तट पर योग कार्यशाला का आयोजन कर योग के माध्यम से स्वस्थ एवं चिरायु जीवन के सूत्रों को समझाया तथा सभी ब्रह्मचारियों को प्राणायाम, योगासान क्रियाओं का अभ्यास भी कराया। भारत की युवा पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल बनाने के उद्देश्य से आयोजित योग शिविर का शुभारम्भ करते हुए योगगुरु शिवओम आचार्य ने कहा कि मानव तन सृष्टि की अमूल्य धरोहर है जिसे भगवान ने स्वस्थ रहने के लिए बनाया है लेकिन हमारे समाज को कुछ लोग पाश्चात्य सभ्यता की तरफ मोड़ने का प्रयास कर रहे हैं जबकि पूरा विश्व भारत की ऋषि परम्परा का अनुपालन करने के लिए लालायित है। भारत के ऋषि मुनियों द्वारा स्थापित परम्परा को आगे बढ़ाने के लिए ही पूज्य गुरुदेव म.मं. स्वामी विज्ञानानन्द सरस्वती जी महाराज ने भारतीय सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन के उद्देश्य से संस्कृत विद्यालय की स्थापना की है, ऐसे योग्य, ज्ञानी एवं सनातन ध

यूपी में योगी ने दिया ब्राह्मणों को एक और झटका

हरिद्वार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्राह्मणों को दूसरा बड़ा झटका देते हुए मठ-मंदिरों से अब पूजा पाठ का काम भी उनसे छीनने का काम शुरु कर दिया है इससे पूर्व उन्होंने सरकारी नौकारियों में मलाईदार पदों से हटाकर अपनी बिरादरी के कार्मिकों की तैनाती कर दी थी जिससे ब्राह्मणों में रोष व्याप्त हो गया था अब योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताकर दलितों को हनुमान मंदिरों में पूजा-पाठ के लिए कब्जे करवाना प्रारम्भ कर दिया है। विदित हो योगी आदित्यनाथ उत्तराखण्ड मूल के हैं और गढ़वाल के ऐसे जनपद के निवासी हैं जहां से यूपी एवं उत्तराखण्ड दोनों राज्यों में एक ही जनपद और एक ही जाति के दोनों मुख्यमंत्री हैं। उत्तराखण्ड में एक बहुत बड़ी विसंगति है कि यहां ठाकुर एवं ब्राह्मणों में पुरानी प्रतिद्वन्दता रही है दूसरी प्रतिद्वन्दता गढ़वाल और कुमांयू की है। योगी आदित्यनाथ एक संत ही नहीं राजनेता भी हैं वे जानते हैं कि जिस वर्ग की जनसंख्या मात्र दो-तीन प्रतिशत हो और वह राजनीति हो या ब्यूरोक्रेसी दोनों के मलाईदार पदों पर आसीन हो, उन्होंने इस परिपाटी को बदलने के लिए अब वोटबैंक की तरफ रुख कर लिया है

संगठन को प्रभावी बनाने के लिए सपा करेगी दायित्वों में बदलाव

हरिद्वार। समाजवादी पार्टी के जनपद हरिद्वार संगठन प्रभारी फैसल सलमानी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी संगठन की मजबूती के लिए डोर-टू-डोर जनसपंर्क अभियान चलायेगी, पुराने तथा नए सभी कार्यकर्त्ताओं को संगठन की मजबूती के लिए प्रोत्साहित करेगी इसके लिए सांगठनिक ढांचे में आवश्यकता पड़ने पर बदलाव किया जायेगा तथा सक्रियता के आधार पर जिम्मेदारी सौंपी जायेगी। वे आज पुल जटवाड़ा स्थित जिला कार्यालय पर कार्यकर्त्ताओं की आवश्यक बैठक में पार्टी हाईकमान के निर्णय की जानकारी दे रहे थे। प्रदेश प्रवक्ता रामनरेश यादव द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पार्टी हाईकमान से मिले निर्देशों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड की जनता अब कांग्रेस भाजपा का विकल्प चाहती है और तीसरे विकल्प के रुप में समाजवादी पार्टी जनता के दुःख दर्दों का सहारा बनते हुए नये राज्य निर्माण का सपना साकार करेगी। उत्तराखण्ड को नया राज्य बनाने में समाजवादी पार्टी द्वारा दिए गए योगदान की जानकारी देेते हुए उन्होंने कहा कि संयुक्त उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार ने ही अपने कार्यकाल में उत्तराखण्ड के विकास के लिए अलग पर्वती

6 दिसम्बर : सरकार के सहारे न रहकर जनता स्वयं बरते सावधानी

हरिद्वार। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रामनरेश यादव ने कहा है कि अयोध्या में 6 दिसम्बर 1992 को ध्वंस्त किए गए विवादित ढांचे की 26वीं वर्षगांठ इस बार असहज होने की संभावना है, 2019 में लोकसभा के चुनाव होने हैं और भाजपा के पास केन्द्र तथा राजों में कोई उपलब्धि नहीं है। भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पूर्व मुजफ्फरनगर में दंगा कराया था और इस वर्ष बुलंदशहर में धार्मिक भावनायें भड़काकर मतदाताओं का रुझान भाजपा की तरह मोड़ा जा रहा है केन्द्र की भाजपा सरकार सहित राज्यों में भी केवल दूसरे दलों विशेषकर कांग्रेस की बुराई के अलावा भाजपा के पास न कोई विजन पहले था न अब है। देश बर्बादी के कगार पर है ऐसी स्थिति में जनता को सरकार अथवा शासन के भरोसे न रहकर स्वयं संयम बरतने की आवश्यकता है। भारतवर्ष की आबादी में हिन्दू तथा मुसलमानों का अनुपात लगभग 80ः20 का है इसीलिए संघ और उसके अनुसांगिक संगठन हिन्दू-मुस्लिम दंगा करवाकर देश का वातावरण इतना बिगाड़ देते हैं कि सभी हिन्दू धर्म के नाम पर भाजपा के पक्ष में मतदान कर देते हैं। 2014 में भी यही हुआ और 2019 में भी फिर इसी पुनरावृत्ति का तानाबाना बुना जा रहा है

विकास के मुद्दों से भटकाने वालों के अग्निपरीक्षा होगी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव

लोकतंत्र में जनता का अधिकार बड़ा होता है भले ही नेता एवं ब्यूरोक्रेसी जनता पर तरह-तरह के कर लगाकर अवैध वसूली कर जनता के धन से मौजमस्ती करते हैं लेकिन यह जनता है जो अपना मौका आते ही उनको चारो खाने चित्त कर देती है। किसी भी सरकार चाहे वह केन्द्र की हो राज्य की हो या छोटी सरकार कही जाने वाली स्थानीय निकाय अथवा ग्राम स्तर की सरकार हो जनता के पास उसे हटाने अथवा बरकरार रखने का मौका पांच साल बाद ही आता है। यदि कोई सरकार बीच में ही धराशायी हो जाये तो यह उसकी बदनसीबी होती है उसमें जनता का कोई रोल नहीं होता है। फिलहाल जनता जो निर्णय लेती है वह जांच परख कर और सरकार की कार्यशैली के आधार पर लेती है। किसी भी सरकार का चयन भले ही पांच साल के लिए होता है लेकिन जनता चार साल बाद ही उसकी कार्यशैली पर अपना निर्णय सुनाना शुरु कर देती है। केन्द्र की भाजपा सरकार को देश की जनता ने 2014 में बम्पर बहुमत के साथ दिल्ली की कुर्सी सौंपी थी और दो-तीन साल तक उस सरकार ने जो भी भला किया या बुरा या भला बताकर देश और समाज के साथ बुरा किया जनता ने उसे सिर माथे पर रखा देश का विकास रुका या अर्थव्यवस्था खराब हुई, कानून व्यवस्

गन्ना किसानों को लूटने नहीं देगी सपा : साजिद अंसारी

हरिद्वार। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष साजिद अंसारी ने कहा है कि राज्य की भाजपा सरकार किसान विरोधी है जो चीनी मिलों से गन्ने का भुगतान न कर क्रेशर मालिकों के माध्यम से आधे से भी कम कीमत पर गन्ना खरीद कर कृषि एवं कृषकों की उपज का बंदरबांट कर रही है। वे आज पुल जटवाड़ा स्थित जिला कार्यालय पर कार्यकर्त्ताओं को कृषकों की समस्याओं से अवगत करा रहे थे। भाजपा सरकार द्वारा की गई घोषणाओं को झूठ का पुलिंदा बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता किसानों की आय दोगुनी करने की बातें करते हैं लेकिन किसानों की उपज को आधी कीमतों पर खरीद कर उनको कंगाल बनाने का काम कर रहे हैं। शुगर मिल किसानों को पर्ची नहीं दे रहा है लेकिन क्रेशर मालिकों से सांठ-गांठ कर कम मूल्य पर गन्ना खरीद रहा है। नया राज्य बनने के बाद कृषि का क्षेत्रफल लगातार घट रहा है किसानों को बिचौलियों के माध्यम से लूटा जा रहा है यह सब सरकार के इशारे पर हो रहा है। राज्य सरकार ने गन्ने का मूल्य 340 रुपये प्रति कुन्तल तय किया है लेकिन क्रेशर मालिक डेढ़ सौ रुपये प्रति कुन्तल गन्ना खरीद कर चीनी मिलों को 300 रुपये कुन्तल बेच रहे हैं, यह सारा काम नम्बर

उत्तराखण्ड के विकास एवं निर्माण में सपा का सबसे बड़ा योगदान

हरिद्वार। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रामनरेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का उत्तराखण्ड से भावनात्मक एवं पारिवारिक लगाव है राज्य निर्माण के पूर्व से अब तक हिमालय के विकास के लिए जो कार्य सपा ने किए वे उत्तराखण्ड के इतिहास में सदैव स्मरणीय रहंेगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा केन्द्र में रक्षा मंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव द्वारा किए गए उपकारों का जनता आज भी सम्मान करती है जबकि कुछ स्वार्थी नेता सपा की गलत छवि प्रस्तुत कर राज्य को लूट-लूट कर कंगाली के कगार पर पहंुचाने का कार्य कर रहे हैं। 18 वर्ष के युवा उत्तराखण्ड राज्य की दयनीय दशा और राजनेताओं की बढ़ी अपार धन संपदा का खुलासा करते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा कि एक करोड़ की आबादी वाला उत्तराखण्ड राज्य लगभग पचास हजार करोड़ का कर्जदार हो गया है। कृषक और कृषि दोनों समाप्ति की ओर हैं, गरीब जनता का हक मारकर पूंजीपतियों को मालामाल किया जा रहा है, कांग्रेस-भाजपा ने उत्तराखण्ड को मुख्यमंत्री निर्माण करने वाली फैक्ट्री बना दिया है, जनता पहाड़ों से पलायन कर गयी राजनेता देहरादून में अय्याशी कर रहे हैं। अट्ठारह वर्षों से लगातार हो रही