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Showing posts from October, 2019

ब्यूरोक्रेसी की दीवाली और जनता का दिवाला

भारत धर्म निरपेक्ष देश है और यहां सभी धर्मों को अपने धर्म का प्रचार करने तथा उसे मनाने की खुली छूट है कि प्रत्येक व्यक्ति धर्म की मर्यादा और संविधान के दायरे में रहकर अपने धार्मिक पर्व को मना सकता है लेकिन हमारे देश की कार्यपालिका एवं विधायिका ने लोकतांत्रिक व्यवस्था को लोकतांत्रिक न रखकर अपने तानाशाही के शिकंजे में जकड़ रखा है जिससे देश और धर्म दोनों की स्वतंत्रता का अर्थ ही बदल गया है। लोकतंत्र में जनता का अधिकार सर्वोच्च होता है लेकिन आजकल भारत की व्यवस्था में लोक को परतन्त्रता में जकड़ कर तंत्र की तानाशाही का राज चल रहा है जो देश की स्वतन्त्रता को खतरा बन सकता है। हमारे राजनेताओं एवं ब्यूरोक्रेसी ने मिलकर देश को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है, राजनेता और सरकारी कर्मचारी तथा अधिकारियों के वेतन भत्ते प्रतिवर्ष बढ़ रहे हैं तो जनता पर करों की भरमार हो रही है, व्यापारियों पर टेक्स बढ़ता है तो वह भी जनता पर ही डाल देता है, सरकारी कर्मचारी बिना रिश्वत के कोई काम नहीं करते वह मार भी जनता पर ही पड़ती है। अब जमाना इतना बदल गया किसी भ्रष्ट कर्मचारी की शिकायत ली नहीं जाती और शिकायत ले भी ली

स्वार्थ रुपी श्रद्धा ने दिखाया आस्था का असली चेहरा, हरकी पैड़ी पर बांध बनाकर तालाब में कराया जा रहा स्नान

उत्तराखण्ड राज्य अपनी किशोरावस्था को पार कर अब वयस्क की श्रेणी में आ गया है लेकिन 19 वर्ष की पूर्णता के बाद भी यहां की कार्यपालिका एवं विधायिका मंे सकारात्मक विचारधारा का अभाव है। क्षेत्रवाद की समस्या समाप्त होने का नाम नहीं ले रही तो विकास का विरोध करने के लिए कुतर्कों के अंबार लगाये जा रहे हैं। विकास की परिभाषा क्या होती है और विकास कैसे होता है शायद इस बात का ज्ञान न तो राजनेताओं को है न ही यहां की ब्यूरोक्रेसी को। जनता की मेहनत की कमाई का धन जो करों के रुप में जनता सरकार चलाने के लिए देती है सरकार और सरकारी कर्मचारी उसका जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं। हरिद्वार जनपद और शहर इस राज्य का सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान है यहां अवैध शराब और अवैध खनन के माध्यम से कैसा नंगा नाच हो रहा किसी से छुपा नहीं है। राज्य बनने के बाद एक ऐसे नेता ने विधानसभा में यहां के प्रतिनिधित्व की बुनियाद रखी कि पूरा शहर शराबमय हो गया। जनता के धन का विधायक निधि के नाम पर यह नेता इतना दुरुपयोग कर रहा है कि शहर की अच्छी भली सड़कों को खोद-खोद कर उनको दोबारा बनवाकर धन का दुरुपयोग कर रहा है, कोई देखने वाला नहीं। जहां तक ब

शासनादेश के विरुद्ध कार्य करने वाले कर्मचारी/अधिकारियों को तुरन्त हटाया जाये

हरिद्वार। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रदेश संयोजक रामनरेश यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर शासनादेश के विपरीत कार्य करने वाले अधिकारियों को हरिद्वार से स्थानान्तरित करने की मांग की है। उन्होंने राजस्व प्रशासन पर भ्रष्टाचार एवं क्षेत्रवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि हरिद्वार तहसील में जाति, स्थायी निवास अथवा हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने वाले नागरिकों का आर्थिक शोषण हो रहा है और मनमानी रकम न देने वालों के प्रार्थना-पत्र गलत रिपोर्ट लगाकर निरस्त कर दिए जाते हैं जो शासनादेश का उल्लंघन एवं नागरिकों की हक तलफी है।  मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन के साथ रामनरेश यादव ने कुछ पत्रों की प्रतियां भी प्रेषित की हैं जिनसे शासनादेश सं. 1118/xvii-1/2013-01(20)/2013 दिनांक 2 अप्रैल 2013 का स्पष्ट रुप से उल्लंघन करते हुए ज्वालापुर के लेखपाल तेलूराम ने अपनी आख्या प्रेषित की है। इतना ही बल्कि तहसीलदार महोदय ने उसी प्रकरण में जिला शासकीय अधिवक्ता (सिविल) कलक्ट्रेट हरिद्वार से विधिक राय देने के नाम पर अपनी राय देते हुए प्रमाण पत्र जारी करना न्यायहित में गलत बताया है जबकि माननीय सर्

सरकारी मशीनरी को भ्रष्ट बनाकर देश को गुलाम बनायेगी भाजपा

देश को बेचकर पुनः गुलाम बनाने की प्रक्रिया केन्द्र सरकार ने प्रारम्भ कर दी है और इस कार्य मंे सहयोग देने वाली सरकारी मशीनरी अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार रही है जिसमें पुलिस प्रशासन सबसे आगे है अब पुलिस के पर कतरने की व्यवस्था का शुभारम्भ प्रयोग के तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है वहां की योगी सरकार ने पुलिस को धड़ाधड़ एन्काउण्टर करने का आदेश देकर दोषियों को दण्ड दिलाने वाली पुलिस को ही दोषी बनवाकर उनकी सेवायें समाप्त कर जेल जाने का रास्ता साफ कर दिया है। अभी हाल में ही राज्य से पच्चीस हजार होमगार्डों की सेवायें समाप्त की गई हैं उन सभी को सेवाओं में कमी का दोषी और सेवा में आने के लिए गलत तथ्यों का होना तथा कार्य के प्रति गैर जिम्मेदाराना व्यवहार बताने वाली रिपोर्ट के आधार पर नौकरी से हटाया गया है। यूपी की भाजपा सरकार से पुलिस ने इतने एन्काउण्टर करवा दिए हैं कि सरकार बदलते ही इनकी जांच करायी जायेगी और दोषी पुलिस कार्मियों की सेवायें समाप्त होंगी चूंकि भाजपा में संघ का दिमाग चलता है इसीलिए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही दूसरी सरकार में होगी संघ की नीति है कि दूसरे क

सनातन धर्म के पर्व ही नहीं संस्कृति और संविधान को बदलने की चल रही है साजिश

किसी धर्म का अनुयायी होना या किसी पर्व को मनाने की औपचारिकता पूर्ण करना अलग बात है लेकिन उसे व्यवहारिक जीवन में उतारना अलग बात होती है और इस प्रकार की भावना केवल राष्ट्र भक्तों में ही होती है अंध भक्तों या किसी व्यक्ति विशेष की भक्ति में नहीं। विजय दशमी का पर्व प्रतिवर्ष आता है और चला जाता है प्रतिवर्ष रटा-रटाया एक ही स्लोगन पूरे भारत वर्ष में गूंजता है कि असत्य पर सत्य की विजय का पर्व दशहरा सम्पन्न, सो इस वर्ष भी सम्पन्न हो गया। आज उस स्लोगन का उल्टा हो रहा है चाहे सरकार हो या समाज अथवा हमारी कार्यपालिका सर्वत्र सत्यमेव जयते के स्थान पर असत्यमेव जयते को चरितार्थ किया जा रहा है। क्या हमें मालूम है कि हमारे पर्वों का क्या महत्व है और इन्हें प्रतिवर्ष क्यों मनाया जाता है। वास्तविकता तो यही है कि इस पर्व से हमें अहंकार, अत्याचार और अधर्म को त्याग कर सदाचार, सत्कर्म एवं धर्म के सापेक्ष आचरण करने की प्रतिज्ञा करनी चाहिए लेकिन अब इन पर्वों को मनाने की मात्र औपचारिकता पूर्ण की जा रही है। धर्म की ठेकेदार कहलाने वाली एक पार्टी ने बिल्कुल ही अपनी कथनी का उल्टा करना प्रारम्भ कर दिया, न केवल अब

पूरे विश्व में अविस्मरणीय रहेंगे महात्मा गांधी

भारत माता को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने वाले महानायक तथा राष्ट्रपिता की उपाधि से अलंकृत मोहनदास करमचन्द गांधी जिनको हरिद्वार के गुरुकुल में ही महात्मा गांधी के नाम से सम्बोधित किया गया था वे कोई साधारण मनुष्य नहीं बल्कि एक बड़ी विचारधारा थे जिन्होंने भारत के भविष्य को संवारने के लिए क्या-क्या योजनायें बनायीं और ऐसे संविधान का निर्माण कराया उसे पूरा विश्व सम्मान दे रहा है, लेकिन अंग्रेजों के सिपहसालार रहे कुछ राष्ट्र विरोधी तत्व जो उस समय भी अंग्रेजों की मुखबरी किया करते थे अब महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड़से के गीत गाकर भारतवासियों की मनोवृत्ति बदलने का कुचक्र रच रहे हैं। क्या हमारे देश की जनता में बुद्धि और विवेक का इतना अभाव हो गया है कि जिन महान बलिदानी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने इस देश को आजाद कराया उनको भुलाकर बापू के हत्यारों का समर्थन कर अंधभक्ति का परिचय देंगे? 2 अक्टूबर 2019 को हमारा राष्ट्र महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती मना रहा है लेकिन पूरे देश में किसी प्रकार के जश्न ;उत्सवद्ध का वातावरण नहीं है। एक वो दीवाने थे जिन्हांेने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देश

उत्तराखण्ड की दुर्दशा के लिए राज्य सरकारों की नीतियां दोषी : गिरीश वर्मा

हरिद्वार। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रदेश प्रभारी गिरिश वर्मा ने कहा है कि उत्तराखण्ड की दुर्दशा के लिए राज्य सरकार की नीतियां दोषी हैं परिणाम स्वरुप नया राज्य बनने के दो दशक पूर्ण होने को हैं और राज्य में भ्रष्टाचार, अव्यवस्था, अवैध खनन एवं अवैध शराब के अलावा कोई प्रगति नहीं हुई है। उक्त जानकारी उन्होंने नैनीताल, उधमसिंह नगर, देहरादून तथा हरिद्वार के चार दिवसीय दौरे से आने के बाद यहां दी। प्रेस को जारी एक बयान में प्रसपा नेता ने कहा कि नया राज्य बनने के बाद यहां घोटालों की भरमार हो गयी है और जो भी सरकार सत्ता में आयी उसने जमकर दोनों हाथों से लूट की। राज्य बनने के बाद से ही बारी-बारी से काबिज रही सरकारों के कार्यकाल पर यदि श्वेत पत्र जारी किया जाये तो उत्तराखण्ड देश का सबसे बड़ा घोटाला प्रदेश के रुप में सामने आयेगा। अवैध खनन एवं अवैध शराब के कारोबार के लिए उत्तराखण्ड की एक अलग पहचान बन चुकी है यहां धार्मिक आयोजन हांे या दैवीय आपदा जो दल सत्ता में होता है जमकर लूट-खसोट करता है। एनएच-74 का घोटाला हो या शिक्षा विभाग में छात्रवृत्ति, स्वास्थ्य विभाग का ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन घो