कौन कहता है अच्छे दिन नहीं आए अभी और अच्छे दिन आने वाले हैं। दारू पीकर वोट देने वाली युवा पीढ़ी की जय । भारी भरकम वेतन लेने के बाद भी कमीशन खोरी एवं भ्रष्टाचार करने वाली सरकारी मशीनरी की जय। सस्ती जमीन सस्ती श्रम शक्ति और सस्ता कच्चा माल खरीद कर चाइना से महंगा सामान बेचने वाले उद्योगपतियों सामान चाइना से महंगा सामान बेचने वाले उद्योगपतियों कर चाइना से महंगा सामान बेचने वाले उद्योगपतियों की जय । भारी भरकम मूल्य लेकर बिकने वाले जनप्रतिनिधियों की भी जय । हरिद्वार । बिना किसी काम धाम के घर बैठे खाने को मिले और सांसारिक झंझट या कहें भव बंधनों से मुक्ति मिल जाए तो इससे अधिक अच्छे दिन और क्या हो सकते हैं । हमारी बड़े बहुमत से चयनित सरकार ने चुनाव पूर्व जनता से जो वादे किए थे उन्हें एक-एक कर अब पूरा कर रही है । घर बैठे राशन मिल रहा है और बिना किसी कामकाज के खातों में पैसे भी आ रहे हैं अभी तक कुछ लोगों के खातों में आए हैं आगे चलकर दूसरों के खातों में भी आएंगे चिंता करने की कोई बात नहीं है देखते जाओ अभी आगे चलकर और अच्छे दिन आएंगे । जो सरकारी मशीनरी इस संकट की घड़ी में भी भेदभाव पूर्ण तरीक